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MSO voice of Muslim Youths 

   मुस्लिम स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन ऑफ़ इंडिया एम एस ओ


हिंदुस्तानी सुन्नी नौजवानो की मुल्क की सबसे बड़ी तंजीम है।जिसको सन 1977 में Advocate इस्माईल वाफा ने अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में स्थापित किया था।

 हज़रत सय्यद मुहम्मद अमीन मिया कादरी और शैख़ अबूबक़र अहमद kanthapuram के  जेरे सरपरस्ती और हज़रत अख्तर रजा खान अजहरी मिया की दुआओं से यह तंजीम मुल्क के कोने कोने में पहुँच चुकी है!
   
मुस्लिम नौजवानों में मुल्क से मुहब्बत और  दीन  से वाबस्तगी करना इसका अहम् मकसद है जिस पर यह कोशां  है !कुरान के आयात ,'' कुनू माअससादेकीन''  यानी सच्चों  के साथ हो जाओ यह इसका स्लोगन है और अल्हम्दुलिल्लाह इस तंजीम के ज़ेरे साए  हजारों तलबा -ए - इस्लाम को सीधी राह मिली है।

इस वक़्त तंजीम की शाखें अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ,जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और जामिया हमदर्द समेत उत्तर प्रदेश,दिल्ली ,राजस्थान ,गुजरात,मध्य प्रदेश,असम,बंगाल,ओडीसा,झारखण्ड उत्तराखंड,छत्तीसगढ़ ,मणिपुर,आन्धरा  प्रदेश,महाराष्ट्र में काम कर रही हैं।
इसके अलावा केरला,तमिलनाडू ,कर्नाटका में सुन्नी स्टूडेंट्स फेडरेशन SSF काम कर रही है जो एम् एस ओ  ऑफ़ इंडिया की सिस्टर आर्गेनाइजेशन है।

मकसद

नौजवानाने इस्लाम में इस्लामी दावत को आम करना !
स्कूल ,कॉलेज,यूनिवर्सिटीज और मदारिस-इ-इस्ल्मामिया में नौजवानों के ज़रिये दीनी मिल्ली माहौल को आम करना!
नौजवानों में समाज और मुल्क के लिए उनकी  ज़िम्मेदारी का एहसास दिलाना!
समाज में पनप रही बुरायिओं से नौजवानों को दूर रखते हुए उनके खात्मे में इनका अहम् रोले अदा करवाना
समाज में इस्लाम में प्यार मुहब्बत अमन के पैघाम के ज़रिये नफरतों को दूर करना और भाईचारे का महौल बनाना !
तालीम के प्रचार प्रसार में अहम् किरदार अदा करना
स्टूडेंट्स को उनके करियर और जॉब्स के मुताल्लिक जानकारी फ़राहम करना !


अगर आप अपने शहर या स्कूल कालिज में MSO के ज़रिये कुछ बेहतर काम करना चाहते हैं तो हमसे राबता करें:-          msoofindia@gmail.com  


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